रेलवे यात्रियों के लिए।अगर 10 मिनट में नहीं पहुंचें अपनी सीट पर हो सकता है आपका नुक्सान
दिल्ली: ट्रेन के रवाना होनेे के दस मिनट बाद तक यात्री सीट तक नहीं पहुंचा तो वह बिना टिकट हो जाएगा। उसकी सीट अन्य यात्री को आवंटित कर दी जाएगी। अब टीटीई स्टाफ एक या दो स्टेशन तक यात्री का इंतजार नहीं करेगा।
रेलवे बोर्ड ने एक आदेश जारी कर यात्रियों के लिए सीट पर पहुंचने के लिए 10 मिनट का समय निर्धारित किया है। ट्रेनों के आरक्षित कोच में सफर करने वाले यात्री कई बार जल्दबाजी या सहूलियत के कारण दूसरे कोच में चढ़ जाते हैं।
वे एक-दो स्टेशन के बाद सीट पर पहुंचते हैं। अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे ने अधिकतर ट्रेनों में टिकट चैकिंग स्टाफ को हैंड हेल्ड टर्मिनल (एचएचटी) मशीन उपलब्ध करा दी है। इसमें वे यात्री की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कर देते हैं। पढ़ें ट्रेन@पेज 09
अब टीटीई को 10 मिनट में जानकारी अपडेट करनी ही होगी। यात्री सीट पर नहीं पहुंचता है तो वह सीट आरएसी या वेटिंग सूची में शामिल यात्री को उपलब्ध करा दी जाएगी।
अगले स्टेशन तक करते इंतजार
एक टीटीई ने बताया कि मशीन देने से पहले मेनुअल चार्ट बनता था। इसमें 15 मिनट या एक स्टेशन निकलने तक इंतजार करते थे। अब समय महज 10 मिनट ही रह गया है। हालांकि भीड़ होने पर टीटीई स्टाफ को यात्री तक पहुंचने में समय ज्यादा लग सकता है।
बदलाव होगा न सुनवाई, ऑनलाइन प्रक्रिया
नई व्यवस्था के तहत अब यात्री को जिस स्टेशन से यात्रा करनी है। उस स्टेशन पर ही ट्रेन में चढ़ना होगा। बोर्डिंग स्टेशन पर यात्री के नहीं मिलने पर अनुपस्थिति दर्ज हो जाएगी। उसमें बदलाव भी नहीं होगा, क्योंकि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है।
-रघुवीर सिंह शेखावत, महासचिव, इंडियन रेलवे टिकट चैकिंग स्टाफ ऑर्गेेनाइजेशन