बाजार खुलते ही ईटीएफ की खरीद- बिक्री से हो सकता है बड़ा नुकसान'

Aug 15, 2023 - 00:15
Aug 15, 2023 - 00:28

What is Exchange Traded Fund (ETF) मुंबई, पैसिव इन्वेस्टमेंट: निवेशकों को नितिन कामथ ने दिए सफलता के 5 मंत्र: कम लागत, निवेश में सरलता और मार्केट के अनुरूप रिटर्न मिलने की वजह से निवेशक अब पैसिव फंड्स में निवेश पसंद कर रहे हैं। पैसिव फंड्स यानी इंडेक्स फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) का एक्सपेंस रेशियो यानी यानी फंड की लागत 0.05% से लेकर 1% के बीच है।

जबकि, एक्टिव फंड में यह 1% से 2% तक हो सकती है। साथ ही पैसिव फंड में स्कीम से बाहर निकलने पर कोई खर्च यानी एग्जिट लोड नहीं लिया जाता है। हालांकि भारत में निवेशक पैसिव फंड्स के भीतर ईटीएफ की जगह इंडेक्स फंड को तरजीह दे रहे हैं। एक सर्वे के मुताबिक, 87% म्यूचुअल फंड निवेशक इंडेक्स फंड में तो 42% ईटीएफ में निवेश करते हैं। 

What is Exchange Traded Fund (ETF)  क्या होता है ईटीएफ

ईटीएफ शेयर बाजार में लिस्ट और ट्रेड होने वाले म्यूचुअल फंड हैं। ईटीएफ न्यू फंड ऑफर के दौरान फंड हाउस से खरीदने के लिए उपलब्ध होते हैं। फंड की यूनिट्स शेयर बाजार पर लिस्ट होती हैं, जहां से इन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है।

इसके लिए डीमैट खाते की जरूरत होती है। इंडेक्स फंड की तरह ईटीएफ भी किसी खास मार्केट इंडेक्स जैसे निफ्टी 50, निफ्टी 100 आदि को ट्रैक करते हैं। इनका प्रदर्शन उस इंडेक्स जैसा होता है। नितिन कामथ, को-फाउंडर, जेरोधा

इन 5 बातोंका रखें ध्यान

  1. हमेशा लिमिट ऑर्डर का उपयोग करें: यदि आप मार्केट ऑर्डर यानी उस वक्त के भाव पर ईटीएफ खरीदते हैं तो हो सकता है कि यह लास्ट ट्रेडेड प्राइस से काफी ज्यादा या कम हो। इसलिए लिमिट ऑर्डर का उपयोग करें। यानी खुद की ओर से तय कीमत पर खरीदें।
  2. बाजार खुलते ही तुरंत खरीद-बिक्री न करें: शेयर बाजार खुलने के पहले 30 मिनट एक्सचेंज पर ट्रेड होने वाले ईटीएफ का वॉल्यूम कम होता है। इसलिए बाजार खुलते ही इसकी खरीद-बिक्री करने से बचें। इसका सबसे सही समय सुबह 10.30 बजे के बाद है।
  3. उठापटक वाले दौर में सावधानी बरतें: उतार-चढ़ाव वाले बाजार में ईटीएफ अपने वास्तविक प्राइस से काफी ऊपर या नीचे ट्रेड कर सकता है। इसलिए जब ईटीएफ खरीदें और बेचें, तो सुनिश्चित करें कि कीमत एनएवी के करीब हो।

  4. तरलता का ध्यान रखें: सभी ईटीएफ में वॉल्यूम अधिक नहीं होता है। यदि ईटीएफ में निवेश कर रहे हैं तो केवल उस दिन के वॉल्यूम की जांच न करें, बल्कि पिछले 6 महीने के वॉल्यूम को देखें। अच्छे वॉल्यूम वाले ईटीएफ में ही निवेश करें।
  5. एसआइपी से निवेश :लॉन्ग टर्म में ईटीएएफ के जरिए वेल्थ क्रिएट करने के लिए एसआइपी के जरिए निवेश सबसे बेहतर साधन है। यदि ईटीएफ में नियमित रूप से निवेश करते हैं, तो आप म्यूचुअल फंड की तरह ही एसआइपी से निवेश करें।