विदेश मंत्री के ‘गायब’ होने से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी बेनकाब

Jul 25, 2023 - 17:06
Jul 25, 2023 - 17:06

दुनिया के अधिकांश देशों में किसी वरिष्ठ मंत्री का अचानक गायब हो जाना अकल्पनीय है लेकिन चीन में यह सम्भव हुआ है। वहां के विदेश मंत्री किन गैंग को गायब हुए एक महीने का वक्त होने जा रहा है। यह इस बात का सबूत है कि शी जिनपिंग का शासन कितना रहस्यात्मक है। किन, जो राष्ट्रपति शी के करीबी हैं, उन्हें 25 जून के बाद से नहीं देखा गया है।

वे कई उच्च-स्तरीय राजनयिक बैठकों में शामिल नहीं हुए तो चीन के विदेश मंत्रालय ने 11 जुलाई को न्यूज कांफ्रेंस में कहा कि किन गैंग ‘बीमारी’ से जूझ रहे हैं। लेकिन इस स्पष्टीकरण का न्यूज कांफ्रेंस के लिखित नोट में कोई उल्लेख नहीं है। उन रिपोर्ट्स, जिनमें कहा गया था कि किन जब वाशिंगटन में राजदूत थे उन्हें विवाहेतर संबंधों में एक चीनी रिपोर्टर के साथ पकड़ा गया था,

पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘मेरे पास आपको देने के लिए कोई जानकारी नहीं है।’ पिछले सप्ताह, चीन के वाशिंगटन में नए राजदूत शी फेंग ने एक सिक्योरिटी फोरम से कहा कि वह नहीं कह सकते कि किन, हेनरी किसिंजर से बीजिंग में मुलाकात करेंगे। हेनरी अपने ‘पुराने मित्र’ शी और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए बीजिंग की यात्रा पर हैं। अमरीकी सरकार के अंदरखाने उनके बारे में बहुत अटकलें हैं लेकिन सूचनाएं बहुत कम हैं। अमरीकी अधिकारियों ने शुरू में अनुमान लगाया था कि किन को कोविड हो गया है, लेकिन अब बीमारी का वह दौर खत्म हो गया है।

कई अधिकारियों का मानना है कि उनकी ‘महिला मित्र के साथ अफेयर’ की चर्चाएं विश्वसनीय हैं लेकिन पुष्टि नहीं है। अन्य लोगों का कहना है कि वह सम्भवत: चीन के शीर्ष नेतृत्व की गुटबंदी के शिकार हो गए हैं। किन के प्रतिद्वंद्वियों के पास उनके तेजी से उत्थान को लेकर ईर्ष्या की पर्याप्त वजहें हैं। किन की पत्नी द्वारा शी की पत्नी को घर का बना केक दिए जाने के बाद किन को शी के आंतरिक सर्किल में प्रवेश का अवसर मिल गया। पिछले साल उन्हें राजदूत से विदेश मंत्री बनाया गया और फिर पोलित ब्यूरो का सदस्य। इस साल उन्हें स्टेट काउंसलर भी नियुक्त किया गया।

इस तरह वह चीन के सर्वाधिक ताकतवर लोगों में से एक बन गए। स्टेट काउंसलर के रूप में, किन के पूर्ववर्ती वांग यी अब सीसीपी की केंद्रीय समिति के विदेश मामलों के आयोग के निदेशक हैं, उन्हें किन के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जाता है। यी ने किंसिंजर से मुलाकात की है। आधिकारिक तौर पर, बीजिंग ने बाइडन प्रशासन को किन की अनुपस्थिति को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है और बाइडन प्रशासन ने भी बताने के लिए कोई दबाव नहीं डाला है क्योंकि बाइडन प्रशासन को मालूम है कि सीपीपी उन्हें सच्चाई नहीं बताएगी। आम तौर पर, ऐसे मामलों में जहां शीर्ष चीनी अधिकारियों पर अफेयर के आरोप लगते हैं, पार्टी महिला को घेरे में लेती है।

चीन की टेनिस चैम्पियन पेंग शुआई के एक शीर्ष अधिकारी के साथ संबंध उजागर हुए, तो उन्हें गायब कर दिया गया। किन की लम्बी अनुपस्थिति यह संकेत दे रही है कि उन्हें सजा भुगतनी पडे़गी। उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों में घेरा जा सकता है जिससे शी को आसानी से किन से छुटकारा पाने की अनुमति मिल जाएगी और सीसीपी विवाहेतर संबंधों के लिए अधिकारियों को दंडित करना शुरू कर देगी। किन का मामला एक और बड़ी समस्या लिए हुए है। शी की सरकार सिर्फ घोटालों में ही लिप्त नहीं है, बीजिंग अब बुनियादी आर्थिक और वित्तीय डेटा जारी करने पर भी प्रतिबंध लगा रहा है जिस पर कारोबार और सरकारें निर्भर हैं। चीन में ‘अस्वीकृत सत्य’ बताने वाले पत्रकारों और शिक्षाविदों का उत्पीड़न भी चरम पर है।

अंतत: किन गैंग के भाग्य को कोई नहीं जानता। शी हमेशा ही ‘हां में हां मिलाने वाले’ किसी भी व्यक्ति को ऊपर उठा सकते हैं। पर जो महत्त्व की बात है, वह यह है कि शी दुनिया को बताने के लिए बाध्य नहीं दिख रहे हैं कि क्या हो रहा है। सीसीपी की बढ़ती रहस्यात्मकता चीन से निपटने में जोखिम को ही बढ़ाती है।