Imphal. Manipur: मणिपुर में देर रात फिर भड़की हिंसा, पिता-पुत्र सहित पांच लोगों की हत्या
Imphal. Manipur: में जातीय हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। शुक्रवार देर रात दोनों समुदायों के बीच हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई। बिष्णुपुर जिले में उग्रवादियों ने पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की हत्या कर दी। जबकि दूसरे पक्ष ने कुकी समुदाय के दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने बताया कि जिले के क्वाक्टा इलाके में कुछ लोग बफर जोन को पार कर मैतेई लोगों के इलाके में आ गए और सोते हुए तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। दूसरी ओर कुकी समुदाय के कई घरों में आग लगा दी गई। घटना के बाद गुस्साई भीड़ क्वाक्टा से चुराचांदपुर की ओर बढ़ने लगी। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने इन्हें रोक दिया।
फौगाकचाओ और क्वाक्टा में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच गोलीबारी की भी खबरें हैं। इस बीच मणिपुर में शनिवार को 27 विधानसभा क्षेत्रों की समन्वय समिति की ओर से बुलाई गई इंफाल घाटी में जनजीवन प्रभावित रहा हे 24 घंटे की आम हड़ताल से।
मणिपुर के कानून मंत्री टी. बसंत सिंह से बातचीत। राज्य सरकार दोनों समूहों को साथ लाने के लिए क्या कर रही है?जवाब- राज्य और केंद्र सरकारें लगातार कोशिशें कर रही हैं। इसका परिणाम जल्दी ही सामने आएगा। आप लोग इंतजार करिए।
कुकी समुदाय के लोग राज्य पुलिस पर विश्वास नहीं कर रहे, मैतई को केंद्रीय सुरक्षा बलों पर भरोसा नहीं है। क्या इसकी वजह आपसी संवाद का टूट जाना है?जवाब- यह बात सही है कि आपसी संवाद की कमी है। लोगों को समझना चाहिए कि स्टेट फोर्स और केंद्रीय बल मिलकर काम कर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि लोगों के भ्रम जल्द दूर हों।
लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें। आम लोगों पर तक आधुनिक हथियार कैसे पहुंच रहे हैं?जवाब- लोग बताते हैं कि म्यांमार से ऑटोमैटिक हथियार आए हैं। अगर किसी के पास गैरकानूनी हथियार हैं तो जब्त किए जाएंगे।
सरकार क्या कदम उठा रही है?जवाब- दोनों समुदायों की सिविल सोसायटी, छात्र और दूसरे लोगों