Best Mother in the World चिन्मयी ने अपना दूध दान कर हजारों बच्चों पर स्नेह लुटाया

Aug 6, 2023 - 13:10

Best Mother in the World बेंगलुरु. कई कारणों से नवजात और छोटे बच्चे मां के दूध से महरूम रह जाते हैं जबकि मां का दूध बच्चे के लिए बेहद जरूरी होता है।मां का दूध न सिर्फ बच्चे के लिए सर्वोत्तम आहार है, बल्कि उसका मौलिक अधिकार है। लेकिन बहुत से बच्चे कई कारणों से इससे वंचित रह जाते हैं। ऐसे ही बच्चों पर ममता उड़ेल रही हैं बेंगलुरू की चिन्मयी कृष्णा।वह अपना इनके लिए अपना दूध दान कर रही हैं।वास्तव में ऐसे शिशुओं के लिए ह्यूमन मिल्क बैंक जीवनदायी है और चिन्मयी जैसी दाताओं ने इसमें जान फूंक दी है।

चिन्मयी हर 15 दिन में अतिरिक्त दूध दान करती हैं, जो औसतन 1.5 लीटर होता है। जब उन्होंने वाणी विलास अस्पताल में संपर्क किया था, तो मिल्क बैंक अधिकारी बेहद खुश हुईं, क्योंकि ब्रेस्ट मिल्क दान करने वालों की संख्या बेहद कम थी। तमाम जांचों के बाद उन्हें ब्रेस्ट मिल्क दान के लिए हरी झंडी मिली। चिन्मयी अब नियमित दाता हैं और बेहद खुश भी हैं।

दूसरी बार मां बनीं बेंगलुरु की चिन्मयी कृष्णा का कहना है कि वंचित शिशुओं को अमृत समान मां का दूध मिलना ही चाहिए।उनकी सोच यह है कि स्तनपान के अभाव में किसी भी मां की गोद सूनी नहीं होनी चाहिए।हाल ही उन्होंने वाणी विलास सरकारी अस्पताल स्थित राज्य के पहले ह्यूमन मिल्क बैंक को अपना 3.6 लीटर दूध दान किया है।

कोविड ने रोका था: पेशे से अधिवक्ता चिन्मयी कहती हैं करीब तीन साल पहले उनके पहले बच्चे के जन्म के बाद उन्हें जरूरत से ज्यादा दूध आने लगा था। लेकिन कोविड के कारण ब्रेस्ट मिल्क दान नहीं कर सकीं। पर अब इस नेक कार्य को करके खुश हैं।

चिन्मयी जैसी मांओं की है बहुत जरूरत

वाणी विलास की चिकित्सा अधीक्षक और मिल्क बैंक की प्रभारी डॉ. सविता सी. ने बताया कि मिल्क बैंक को चिन्मयी जैसी दाताओं की आवश्यकता है। एक उपकरण से दाता माताओं से दूध एकत्र किया जाता है। इसे स्टोर किया जा सकता है।हमें 223 लीटर से अधिक दूध दान में मिला।इस तरह 1200 शिशुओं को मां का दूध मिल सका।