Muharram 2023 ‘बुराई से बचने की सीख देता है मोहर्रम’ बड़ी चौपड़ पर एकत्र होंगे ताजिए
Muharram 2023 जयपुर. हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में शुक्रवार रात कत्ल की रात होगी। इस मौके पर शहर के विभिन्न हिस्सों से ताजिए बड़ी चौपड़ पर एकत्र होंगे व देर रात अकीदतमंद मातम करेंगे। अगले दिन सुभाष चौक और जोरावर सिंह गेट होते हुए शाम को ताजिए कर्बला मैदान पहुंचेंगे, जहां उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
कई अकीदतमंद रोजा रखकर इबादत करेंगे। मोहर्रम के महीने की आठवीं तारीख पर गुरुवार को विभिन्न स्थानों पर मजलिस हुई। शिया समुदाय की ओर से सुभाष चौक स्थित तकवी मंजिल पर मजलिस हुई। मौलाना सैयद नाजिश अकबर काजमी ने इसमें खिताब किया। मौलाना नाजिश ने हजरत इमाम हुसैन की जीवनी पर रोशनी डाली।
संसारचंद्र रोड स्थित दरगाह मीर कुरबान अली में हुई मजलिस में सज्जादानशीन डॉ. सैय्यद हबीब उर रहमान नियाजी ने तकरीर की। उन्होंने कहा कि हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का पैगाम इंसानियत के लिए बेहतरीन पैगाम है। मोहर्रम पर ताजिए निकालकर उनकी शहादत को याद किया जाता है।
यह दिन पूरी दुनिया को भाईचारा, मानवता का संदेश और हर बुराई से बचने और अच्छाई को अपनाने की सीख देता है। उन्होंने समाजजन से सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
जौहरी बाजार, हल्दियों के रास्ते में ऊंचा कुंआ स्थित सलीम मंजिल में शहीदे कर्बला हजरत इमाम हुसैन की कुलाहे मुबारक (टोपी) मौजूद है। ट्रस्टी मोईनुद्दीन हुसामुद्दीन खान ने बताया कि अकीदतमंद शुक्रवार से शनिवार शाम तक कुलाहे मुबारक की जियारत कर सकेंगे। गौरतलब है कि हजरत इमाम हुसैन की टोपी बीते 201 वर्ष से यहां सुरक्षित है।