ताइवान अगले सप्ताह अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू करने जा रहा है। सैन्य अभ्यास का मुख्य लक्ष्य संभावित चीनी हमले के मुकाबले के लिए खुद को सैन्य और रणनीतिक रूप से तैयार करना है।
युद्धाभ्यास के दौरान ताइवान ये तैयारी करेगा कि कैसेे मुख्य अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को हमले से बचाया जाए, पानी-जमीन दोनों में चल सकने वाले टैंकों को कैसे आगे बढ़ने से रोका जाए। कैसे चीन की समुद्री घेराबंदी के प्रयास नाकाम किए जाएं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ताइवान यूं तो हर साल जुलाई के अंतिम सप्ताह में युद्धाभ्यास करता आया है, लेकिन आगामी 24 जुलाई से 29 जुलाई तक चलने वाला युद्धाभ्यास अब तक सबसे बड़ा होगा।
पूर्वी छोर की रक्षा पर विशेष फोकस: हाल में चीन ने ताइवान के पूर्वी तट पर भी युद्धक जहाज और जंगी एयरक्राफ्ट तैनात करना शुरू किया है।
ताइवान के पहाड़ी इलाके वाले पूर्वी तट पर ही दो अहम सैन्य एयरपोर्ट के साथ उसे बाहरी दुनिया से जोड़ने वाला एयरपोर्ट ताओयुआन भी मौजूद है। युद्धाभ्यास का मुख्य फोकस पूर्वी तट की रक्षा होगा।