Neha Dhupia: स्तनपान सामान्य प्रक्रिया, फिर क्यों झिझकना पड़ता है मांओं को

Aug 6, 2023 - 12:40

Neha Dhupia मुंबई: स्तनपान सामान्य प्रक्रिया, फिर क्यों झिझकना पड़ता है मांओं को हर महिला के जीवन में एक अनोखा और अनमोल अनुभव होता है मातृत्व। इस दौरान वे पल खास होते हैं, जब एक मां अपने बच्चे को स्तनपान कराती है। जब मैंने इसको जिया, तो वाकई में यह अनूठा था। लेकिन स्तनपान जैसी सामान्य प्रक्रिया को लेकर समाज की सोच कैसी है, इसका अनुभव मैंने अपने बच्चों की मां के रूप में अनुभव किया। मैंने अपने बच्चों को स्तनपान कराने की खुशी को महसूस किया और साथ में चुनौतियों का सामना भी किया।

आज भी सार्वजनिक स्थानों पर स्तनपान कराने को अजीब माना जाता है। मैं इसी धारणा को मुखर होकर बदलने की कोशिश कर रही हूं। मैंने ‘फ्रीडम टू फीड’ पहल शुरू की। स्तनपान को लेकर जो रूढ़िवादिता है, उसे खत्म करने की यह पहल है। इसको अच्छा समर्थन मिल रहा है। लोग खुलकर इस बारे में बात करते हैं। इस पहल से 55,000 से अधिक माता-पिता और विशेषज्ञ जुड़ चुके हैं।

इस पहल के जरिए मेरा लक्ष्य उन धारणाओं को तोड़ना और रुकावटों को खत्म करना है, जो मांओं को खुले तौर पर स्तनपान कराने से रोकती हैं। दुखद है कि क्यों स्तनपान कराने वाली मांएं अक्सर दुविधा में रहती हैं। क्यों वे इस बारे में बात नहीं कर पातीं या फिर जब उनके बच्चे को स्तनपान की जरूरत होती है, तो क्यों कहीं बाहर होने पर वे संकुचाती रहती हैं।

क्यों कहा जाता है यह जगह स्तनपान के लिए ठीक नहीं या फिर वो जगह। क्यों छुपकर स्तनपान कराने के लिए कहा जाता है। इसका कारण है समाजिक सहयोग की कमी। बहरहाल मैं अपनी इस पहल से इस मुद्दे पर बात करती रहूंगी और लगातार इस दिशा में कोशिशें जारी रखूंगी।